भ्रष्टाचार को खुली स्वीकृति 1:15 PM बर्बादी-ए-चमन के लिए एक ही उल्लू काफी था, हर शाख पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्तां क्या होगा। चारो तरफ पनप रहे भ्रष्टाचार को देखते हुए म...Read More